चुराह: खजुआ बदहाली पर आंसू बहा रहा कैया गांव का प्राकृतिक पनिहार*
चुराह: खजुआ बदहाली पर आंसू बहा रहा कैया गांव का प्राकृतिक पनिहार
*लोगों का आरोप, न पक्की हुईं गलियां और न ही मिला हर घर नल योजना का लाभ*
चुराह उपमंडल की खजुआ पंचायत का अंतिम गांव कैया में प्राकृतिक पनिहार अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। ग्रामीण इसी पनिहार से पानी भरते हैं। मवेशी भी यहां पानी पीते हैं। पनिहार के इर्द-गिर्द टाइलें तक नहीं लगाई गई हैं।
*गांव की गलियां न तो पक्की हो पाई हैं और न ही हर घर नल और नल से जल योजना का ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पाया है। पनिहार के इर्द-गिर्द गंदगी रहने से ग्रामीण और बच्चे बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों पर सौतला व्यवहार करने का आरोप लगाया है*। उन्होंने पनिहार, गलियों को पक्का करवाने समेत ग्रामीणों के घरों में योजना के तहत पेयजल नल लगवाने की मांग उठाई है। लाल चंद, प्रीतम सिंह, नंद लाल, लक्ष्मण लाल सिंह, बृज लाल, लोकी नंद, खेम राज, केवल, हिम्मों, नरेण सिंह और केशो ने बताया कि खजुआ पंचायत के कैया गांव विकास से अछूता है। गांव से होकर गुजरने वाली गलियों को अभी तक पक्का नहीं किया जा सका है। गांव में स्ट्रीट लाइटों का भी नामोनिशान नहीं है।
*विकास खंड अधिकारी निशी* *महाजन* ने बताया कि पंचायतों में किसी भी प्रकार के विकासात्मक कार्यों को लेकर ग्राम सभा से उनके पास प्रस्ताव आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। ग्रामीण ग्राम सभा में अपने मुद्दों और मांगों को रखकर प्रस्ताव के रूप में उनके पास भेजें।
*जलशक्ति विभाग के अधिशसी अभियंता केवल शर्मा ने बताया* कि 15 से 20 दिन में गांव में नल से छूटे परिवारों को योजना के तहत लाभान्वित करवा दिया जाएगा।